धारा 377 पर सुनवाई: सुप्रीम कोर्ट की अति न्यायिक सक्रियता पर संसद का मौन - LiveNow24x7: Latest News, breaking news, 24/7 news,live news

LIVEN

खबरें जो सच बोले

Friday, 13 July 2018

demo-image

धारा 377 पर सुनवाई: सुप्रीम कोर्ट की अति न्यायिक सक्रियता पर संसद का मौन

supreme-courtपूर्व अटॉर्नी जनरल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को धारा-377 तक सीमित नहीं रहते हुए, समलैंगिकता से जुड़े अन्य मुद्दों और अधिकारों पर भी विचार करना चाहिए, सवाल यह है कि कानून की व्याख्या के साथ कानून बनाने का काम भी यदि सुप्रीम कोर्ट में हो जाए तो फिर संसद की क्या जरूरत?

No comments:

Post a Comment

Sports

Pages