चीन ने एक बार फिर आंतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचा लिया है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चीन ने चौथी बार इस प्रस्ताव के विरोध में अपने वीटो पावर का इस्तेमाल किया है. इस प्रस्ताव के पक्ष में यूके, यूएस, फ्रांस और जर्मनी पहले से ही थे. मसूद को बचाने पर चीन को अंतराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना भी झेलनी पड़ रही है. इस बीच न्यूज 18 को दिए एक इंटरव्यू में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- हमें ये समझने की जरूरत है कि चीन ने आखिर ऐसा क्यों किया? उन्होंने कहा कि मसूद अजहर के लिए चीन ने चौथी बार वीटो पावर का इस्तेमाल किया है. भारत को चीन की मौजूदा स्थिति समझने की जरूरत है. राजनाथ सिंह ने कहा- चीन को समझाने की कोशिश जारी है यूएनएससी में मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित किए जाने का प्रस्ताव खारिज होने के बाद पहली बार किसी केंद्रीय मंत्री ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. बातचीत में राजनाथ सिंह ने कहा- जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के लिए चीन को समझाने की कोशिश जारी है. उन्होंने कहा- मसूद को ग्लोबल आतंकी घोषित किया जाना चाहिए लेकिन चीन ने ऐसा क्यों नहीं किया और क्यों नहीं करना चाहता है, इसके पीछे निश्चित तौर पर कोई कारण है. भारत को पहले ये समझने की जरूरत है. हालांकि, गृहमंत्री ने ये भी कहा कि चीन के इस कदम से भारत निराश नहीं है. उन्होंने कहा, यूएनएससी में मसूद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित होने से बचाने के लिए चीन ने जो भी बाधा डाली उससे भारत पर कोई असर नहीं पड़ता. आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई पहले की तरह जारी रहेगी. चीन ने पिछले 10 साल में चौथी बार अपने वीटो पावर का इस्तेमाल किया बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्य चीन ने पिछले 10 साल में चौथी बार अपने वीटो पावर का इस्तेमाल कर मसूद अजहर को बचाया है. वहीं मसूद अजहर मुंबई हमलों समेत भारत में कई आतंकी हमलों का मास्टर माइंड रहा है और इन दिनों उसकी लोकेशन पाकिस्तान में बताई जा रही है. सूत्रों की मानें तो वह किडनी की बीमारी से ग्रसित है. वह इतना बीमार है कि चल-फिर भी नहीं सकता. वहीं चीन ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में जैश-ए-मोहम्मद सरगना और आतंकी मसूद अजहर के लिए वीटो इस्तेमाल करने पर सफाई भी दी है. पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को वहां की सरकार खत्म करे चीन ने कहा है कि जैश मुखिया मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट के तौर पर सूचीबद्ध करने के लिए और उसे गहराई से जांच करने के लिए अधिक समय चाहिए. वहीं, पाकिस्तान के साथ आगे के रिश्तों पर राजनाथ सिंह ने कहा- पहले तो पाकिस्तान में जितने भी आतंकी ठिकाने हैं, वहां की सरकार द्वारा उन्हें खत्म करने की पहल की जानी चाहिए. आतंकवादी गतिविधियां वहां से न हो और किसी भी आतंकी संगठन को संरक्षण न मिले, पहले यह कोशिश की जानी चाहिए.
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