मजदूर का बेटा जाएगा जमैका, वर्ल्ड के सबसे तेज रनर उसैन बोल्ट के क्लब में लेगा ट्रेनिंग
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जैंतगढ़(झारखंड).विश्व के सबसे तेज धावक उसैन बोल्ट के क्लब में प्रशिक्षण के लिए कृष्णा मुंडा का चयन किया गया है। कृष्णा भुवनेश्वर क्रीड़ा छात्रावास के विद्यार्थी है। उसके माता-पिता ने कहा कि जमैका के किंग्स्टन में स्थित प्रसिद्ध रेसर्स ट्रैक क्लब में उसका प्रशिक्षण होगा। चंपुआ प्रखंड के आदिवासी गांव मिरीगसिंगा में कृष्ण का जन्म 1995 में हुआ था। पिता कान्हू मुंडा व मां बुधनी मुंडा की 9 संतान में कृष्णा 5वां है।
मजदूर का बेटा जाएगा जमैका
- कृष्णा की प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राथमिक विद्यालय में हुई थी। पांचवीं तक पढ़ने के बाद वह गांव से 4 किमी दूर चिमड़ा गांव स्थित नोडल प्राथमिक विद्यालय चला गया। कक्षा 6 में पहुंचने के बाद ही उसकी खेल प्रतिभा उभर कर सामने आई।
- 7वीं कक्षा में आने के वाद विद्यालय के शिक्षक सुब्रत मोहंती ने उसकी खेल प्रतिभा को देखते हुए उसे भुवनेश्वर के क्रीड़ा हॉस्टल में एडमिशन कराने की सलाह दी। उसे उस हॉस्टल में एडमिशन के लिए चयन कर लिया गया।
- 2013 में राष्ट्रीय स्कूल प्रतियोगिता में 200, व 400 मीटर दौड़ में उसने स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। 2016 में गेल द्वारा आयोजित प्रतिभा खोज प्रतियोगिता में उसे सफलता मिली। इसी सफलता ने कृष्णा को जमैका जाने का रास्ता प्रशस्त किया। मेहनत मजदूरी करके पेट पालने वाले कान्हू मुंडा के पुत्र कृष्णा मुंडा आज क्षेत्र के लिए गौरव बन गया है।
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जैंतगढ़(झारखंड).विश्व के सबसे तेज धावक उसैन बोल्ट के क्लब में प्रशिक्षण के लिए कृष्णा मुंडा का चयन किया गया है। कृष्णा भुवनेश्वर क्रीड़ा छात्रावास के विद्यार्थी है। उसके माता-पिता ने कहा कि जमैका के किंग्स्टन में स्थित प्रसिद्ध रेसर्स ट्रैक क्लब में उसका प्रशिक्षण होगा। चंपुआ प्रखंड के आदिवासी गांव मिरीगसिंगा में कृष्ण का जन्म 1995 में हुआ था। पिता कान्हू मुंडा व मां बुधनी मुंडा की 9 संतान में कृष्णा 5वां है।
मजदूर का बेटा जाएगा जमैका
- कृष्णा की प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राथमिक विद्यालय में हुई थी। पांचवीं तक पढ़ने के बाद वह गांव से 4 किमी दूर चिमड़ा गांव स्थित नोडल प्राथमिक विद्यालय चला गया। कक्षा 6 में पहुंचने के बाद ही उसकी खेल प्रतिभा उभर कर सामने आई।
- 7वीं कक्षा में आने के वाद विद्यालय के शिक्षक सुब्रत मोहंती ने उसकी खेल प्रतिभा को देखते हुए उसे भुवनेश्वर के क्रीड़ा हॉस्टल में एडमिशन कराने की सलाह दी। उसे उस हॉस्टल में एडमिशन के लिए चयन कर लिया गया।
- 2013 में राष्ट्रीय स्कूल प्रतियोगिता में 200, व 400 मीटर दौड़ में उसने स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। 2016 में गेल द्वारा आयोजित प्रतिभा खोज प्रतियोगिता में उसे सफलता मिली। इसी सफलता ने कृष्णा को जमैका जाने का रास्ता प्रशस्त किया। मेहनत मजदूरी करके पेट पालने वाले कान्हू मुंडा के पुत्र कृष्णा मुंडा आज क्षेत्र के लिए गौरव बन गया है।
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