गुमला (झारखंड)।यहां के दुंदुरिया बैंक कॉलोनी के समीप मंगलवार को एक ट्रैक्टर की चपेट में आने से 25 वर्षीय एक छात्र की मौके पर ही मौत हो गई। वो स्कूटी चला कॉलेज से घर जा रहा था कि इसी बीच यह हादसा हो गया। छात्र के दोस्तों ने उसे हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, हादसे की सूचना पर छात्र के माता-पिता और भाई हॉस्पिटल पहुंचे। छात्र का शव देख वो फफक पड़े और बेटे की लाश से लिपट गए। मा-पिता रोते हुए कह रहे थे- 'धोखा देकर हमें छोड़ तुम कहां चले गए। तुमसे कितनी उम्मीदें थीं।'
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-मृत छात्र की पहचान उत्कर्ष कुमार के रूप में की गई। उसने इसी साल कार्तिक उरांव कॉलेज के बीएड फर्स्ट इयर में एडमिशन करवायाा।
-उत्कर्ष कॉलेज के अपने दो दोस्त सौरभ भगत व देवाशीष कुमार के साथ लंच के दौरान बैंक कॉलोनी स्थित सौरभ के घर जा रहा था।
-देवाशीष व सौरभ एक बाइक से आगे चल रहे थे। जबकि उत्कर्ष अपनी स्कूटी से पीछे-पीछे चल रहा था। इसी दौरान बैंक कॉलोनी पहुंचने से पूर्व ही एक ट्रैक्टर ने स्कूटी में टक्कर मार दी।
-इससे उत्कर्ष सड़क पर जा गिरा और ट्रैक्टर का चक्का उसे कुचलते हुए आगे बढ़ गया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
-ड्राइवर मौके पर ही ट्रैक्टर छोड़ फरार हो गया। इधर, दोनों दोस्तों ने जब उत्कर्ष को पीछे से आते नहीं देखा तो वे बाइक घुमाकर उसे ढूंढने निकले।
-तभी देखा कि उत्कर्ष बीच सड़क गिरा पड़ा है। जीवित होने की उम्मीद के साथ दोनों दोस्त स्थानीय लोगों की मदद से उसे सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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रो-रोकर हुआ बुरा हाल
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रो-रोकर हुआ बुरा हाल
-हादसे की सूचना के बाद अस्पताल पहुंचे उसके पिता ओम प्रकाश गुप्ता, मां व छोटे भाई मिक्की गुप्ता का रो-रोकर बुरा हाल था।
-मां-पिता बार-बार उसके शव से लिपट कर रोते हुए कह रहे थे कि 'धोखा देकर हमें छोड़ तुम कहां चले गए। तुमसे कितनी उम्मीदें थी। पढ़ लिखकर जॉब करना सोच कर बीएड में एडमिशन लिए थे।
-मां-पिता बार-बार उसके शव से लिपट कर रोते हुए कह रहे थे कि 'धोखा देकर हमें छोड़ तुम कहां चले गए। तुमसे कितनी उम्मीदें थी। पढ़ लिखकर जॉब करना सोच कर बीएड में एडमिशन लिए थे।
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