मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि टाना भगतों को अब जमीन के लिए एक रुपये की टोकन राशि पर लगान रशीद काटी जायेगी। लगान के लिए बकाया 61,63,209 रुपए की राशि माफ की जा रही है। टाना भगत विकास प्राधिकार के लिए पांच टाना भगतों को नामित किया गया है। 30 अगस्त को बेड़ो में लगनेवाला टाना भगत समुदाय के मुक्ति दिवस समारोह को राजकीय महासम्मेलन घोषित किया गया है। बेघर टाना भगतों को सरकार पक्का मकान बनाकर देगी और जिन टाना भगतों के कच्चे मकान हैं, उन्हें भी पक्का आवास बनाकर दिया जायेगा। टाना भगतों के जिला अध्यक्ष इसके लिए सूची बनायेंगे। रांची में टाना भगतों के लिए एक गेस्ट हाउस बनाया जायेगा।
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आजादी के 67 साल के बाद भी टाना भगतों की सुध किसी ने नहीं ली। हमारी सरकार ने टाना भगतों के लिए अलग से विकास प्राधिकार का गठन किया है, जो टाना भगतों के विकास के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा कि टाना भक्तों को मासिक पेंशन भी दी जाएगी। राशि का निर्धारण टाना भगत विकास प्राधिकार द्वारा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टाना भगत परिवार की महिलाओं को 90 प्रतिशत अनुदान पर 4-4 गाएं दी जायेंगी। इनसे उत्पादित दूध को राज्य सरकार द्वारा खरीद लिया जायेगा। 10वीं पास बच्चों का रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय में नामांकन कराया जायेगा।
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सीएम ने कहा कि एक साल के बाद पुलिस में सीधे नियुक्ति मिल जायेगी। अशिक्षित और 8-9वीं पास बच्चों को स्किल्ड कर रोजगार से जोड़ा जायेगा। इसके लिए टाना भगतों के लिए अलग सेंटर बनाया जायेगा। महिलाओं को कंबल, चादर, ड्रेस आदि बनाने, मधुमक्खी पालने आदि का प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जायेगा। अनुदान पर कृषि उपकरण उपलब्ध कराए जायेंगे। जो बच्चा उच्च शिक्षा पाना चाहते हैं, मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के तहत उन बच्चों की शिक्षा का खर्च सरकार वहन करेगी। टाना भगत के बच्चों के लिए रांची में अलग से हॉस्टल बनाया जायेगा। 9-10 के बच्चों को कोचिंग दी जायेगी।
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