धनबाद (झारखंड)।यहां के एक एटीएम सेंटर में कुछ ठगों ने धोखे से एक शख्स का कार्ड बदल दिया। उसके जरिए बैंक खाते से 16 हजार रुपयों की निकासी कर ली गई। थाने में शिकायत की गई तो थानेदार ने एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया। कहा कि पहले वह धोखाबाजी करनेवाले को ढूंढ़कर लाए तभी पुलिस कुछ कर सकेगी। थानेदार के रवैए से हैरान-परेशान वह शख्स पिछले 52 दिनों से हर दिन सुबह से शाम तक धनसार चौक के पास स्थित पीएनबी के एटीएम के पास बैठा रहता है। इस उम्मीद में कि किसी दिन ठगी करनेवाला वहां आएगा। तब वह उसे पकड़कर थानेदार के पास ले जाएगा और एफआईआर दर्ज करा लेगा।
-यह कहानी है धनसार के पुराना विनोबा स्कूल के पास रहने वाले मुकेश पासवान की। ठग उन्हें अब तक नहीं दिखा। उसे ढूंढ़ने के चक्कर में काम-धाम छूट गया, लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी है।
-कहते हैं कि अब तो वे ठग के पकड़े जाने के बाद ही थाने जाएंगे। मुकेश पासवान एक आउटसोर्सिंग प्रोजेक्ट में मजदूरी करते थे।
-16 अगस्त की शाम छह बजे वे धनसार चौक पर स्थित पीएनबी की एटीएम से रुपए निकालने गए। निकासी में कुछ परेशानी हुई, तो वहां पहले से मौजूद कुछ युवकों ने मदद की पेशकश की।
-मुकेश ने एक युवक को अपना एटीएम कार्ड सौंप दिया। कुछ देर कोशिश करने के बाद उसने मुकेश को कार्ड लौटा दिया, यह कहकर कि उससे भी रुपए नहीं निकल सकेंगे।
-मुकेश कार्ड लेकर वहां से घर की ओर चले गए। कुछ देर बाद उनके मोबाइल फोन पर 16 हजार रुपए की निकासी का मैसेज आया। वे चौंक पड़े।
-अंदेशा होने पर अपने पास मौजूद एटीएम कार्ड को देखा, तो वह उनका था ही नहीं। उस पर किसी राजेंद्र उरांव का नाम दर्ज था। मदद की पेशकश करने वाले युवक ने धोखे से उनका कार्ड बदल दिया था।
बच्चों की पढ़ाई बाधित होने की आशंका
-ठग को ढूंढ़ने के चक्कर में मुकेश काफी परेशान हो चुके हैं। उनका कहना है कि बच्चों की पढ़ाई के लिए उन्होंने रुपए बचाकर रखे थे।
-उससे जरूरत पड़ने पर उनकी स्कूल फीस भरते थे। अब रुपए निकाल लिए जाने से अंदेशा है कि कहीं बच्चों की पढ़ाई बीच में ही छूट जाए।
-कहते हैं कि पुलिस से मदद की उम्मीद थी, लेकिन वहां भी दुत्कार मिली। पुलिस ने उल्टे उन्हें ही अपराधी को खोजने में लगा दिया।
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