बिजली के प्रीपेड मीटर लगेंगे, बैलेंस खत्म होते ही गुल हो जाएगी बत्ती, हैसियत के मुताबिक खर्च करेंगे बिजली
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झारखंड के बड़े शहरों में जल्द ही बिजली के प्रीपेड मीटर लगेंगे। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड प्रीपेड मीटर तैयार करा रहा है। दिल्ली की एक कंपनी इसका साफ्टवेयर तैयार कर रही है। पहले चरण में ये प्रीपेड मीटर सिर्फ घरेलू कनेक्शन में लगाए जाएंगे। ये प्रीपेड मीटर वहीं लगेंगे, जो इन्हें लगाने के लिए विभाग में अर्जी देंगे।
बिजली विभाग का प्रीपेड मीटर का पूरा सेटअप तैयार करने के बाद इसे लगाने का काम शुरू होगा। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड पहले चरण में जमशेदपुर, रांची और धनबाद में प्रीपेड मीटर लगाएगा। इसके बाद दूसरे चरण में ये प्रीपेड मीटर बोकारो और अन्य शहरों में घरेलू कनेक्शन में लगाए जाएंगे।
हैसियत के मुताबिक खर्च करेंगे बिजली
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारियों का कहना है कि प्रीपेड मीटर लगने से उपभोक्ता को बहुत फायदे होंगे। उन्हें भारी-भरकम रकम वाले अनचाहे बिलों से निजात मिल जाएगी। वो अपनी हैसियत के अनुसार बिजली खर्च कर सकेंगे। मसलन, अगर किसी परिवार की हैसियत महीने में 500 रुपये की बिजली खर्च करने की है तो वो इतने का ही रिचार्ज करेगा।
गलत बिजली के बिलों से मिलेगी निजात
अभी बिजली विभाग के साथ उपभोक्ताओं की सबसे बड़ी दिक्कत गलत बिल आने की है। कुछ दिन पहले ही जमशेदपुर के एक उपभोक्ता केके गुहा का एक महीने का 38 अरब 39 लाख रुपये का बिजली का बिल आ गया था। ऐसे कई लोग हैं, जो गलत बिल आने से परेशान हैं और विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। प्रीपेड मीटर लग जाने से उपभोक्ता को गलत बिजली के बिलों से निजात मिल जाएगी।
100 रुपये बचने पर अलर्ट होगा जारी
प्रीपेड मीटर में एक कार्ड होगा। इसे मोबाइल की तरह रिचार्ज कराना होगा। इसके लिए कम से कम एक महीने से छह माह के वाउचर जारी होंगे। उपभोक्ता इन कार्ड से मीटर को रिचार्ज कर सकेंगे। 100 रुपये बचने पर मीटर अलर्ट जारी करेगा। बीप की आवाज निकलेगी। उपभोक्ता मीटर रीडिंग पर भी नजर रख सकेंगे कि उन्होंने अब तक कितनी बिजली खर्च की और बिजली के खर्च को नियंत्रित कर सकेंगे।
बैलेंस खत्म होते ही गुल हो जाएगी बत्ती
मीटर में बैलेंस खत्म होने पर बिजली आपूर्ति खुद ब खुद कट जाएगी और घर की बत्ती गुल हो जाएगी। लाइन से मीटर तक तो बिजली आएगी लेकिन, मीटर से घर में आपूर्ति तभी चालू होगी, जब इसे पर्याप्त बैलेंस से रिचार्ज कर दिया जाएगा।
विभाग बिजली के प्रीपेड मीटर तैयार करा रहा है। इसके लिए सॉफ्टवेयर तैयार हो रहा है। विभाग का सेटअप तैयार होने के बाद प्रीपेड मीटर लगाने का काम शुरू होगा।
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