दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा स्नातक के पाठ्यक्रमों में दाखिला के लिए, कट-ऑफ फॉर्मुला में बदलाव कर सकता है। DU प्रशासन ने हाल ही में सीबीएसई को अपील पर सभी कॉलेज के प्रिंसिपल के साथ बैठक की है। इसमें इस समस्या पर विचार किया गया कि इस बार अंक मॉडरेशन नीति में बदलाव की वजह से सीबीएसई छात्रों के दाखिले को कम मौका ना मिले।
cbse ने मांग की है कि डीयू दाखिले में सीबीएसई के छात्रों के वह भी पूरे मौका मिले। दरअसल CBSE ने इस बार अंक नीति में बदलाव किया है। पहले अंक मॉडरेशन नीति के तहत परीक्षार्थियों को किसी खास प्रश्न पत्र में सवालों को कठिन होने पर 15% अधिक अंक दिए जाते थे।
उदाहरण के तौर पर अगर किसी छात्र ने 17 के किसी विषय में स्मार्ट नंबर हासिल किया है और बोर्ड को लगता है कि पेपर कठिन था तो उसे 15 नंबर अतिरिक्त दिए जाते थे,इस तरह कुल मिलाकर उसका फूलन 75 हो जाता था। आप CBSE छात्रों को इस तरह का आतरी का अंक नहीं देगा। दिसंबर 2016 में सीबीएसई ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय में अपील की थी कि वह सभी राज्य बोर्ड को अंक मॉडल्स एंड पॉलिसी में बदलाव के लिए राजी करें, नहीं तो स्नातक कोर्स के दाखिले में उनके छात्रों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
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