भारत की दीपा कर्माकर गुरुवार से बाकू और दोहा में शुरू हो रहे कलात्मक जिमनास्टिक्स विश्व कप में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर ओलिंपिक स्थान हासिल करने की कोशिश करेंगी. दीपा ने नवंबर 2018 में जर्मनी के कोटबस में कलात्मक जिमनास्टिक्स विश्व कप की वाल्ट स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने का मजबूत दावा पेश किया था. घुटने की चोट से वापसी के बाद यह दीपा का पहला टूर्नामेंट था. इस चोट के कारण जकार्ता एशियाई खेलों में वह वाल्ट फाइनल में नहीं खेल पाई थीं और उन्हें टीम स्पर्धा से हटना पड़ा था. हालांकि उन्होंने समय पर उबरते हुए कोटबस में तीसरा स्थान हासिल कर ओलंपिक क्वालीफिकेशन की उम्मीद बनाए रखीं. दीपा ने मेलबर्न में 21 से 24 फरवरी तक हुए विश्व कप में नहीं खेलने का फैसला किया था और अब उनकी निगाहें बाकू में 14 से 17 मार्च और दोहा में 20 से 23 मार्च तक होने वाले विश्व कप में अच्छे प्रदर्शन पर लगी हैं. उन्होंने कहा कि इस बार ओलिंपिक क्वालीफिकेशन कई दौर से होगा, जिसमें विश्व कप भी शामिल हैं. मैं 2020 ओलिंपिक क्वालीफिकेशन के लिए अपने मौके बढ़ाने के लिए सभी संभव दौर में भाग लेना चाहती हूं और पिछले साल जर्मनी में विश्व कप में पदक जीतकर मेरे आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई है. दीपा ने कहा कि मैं अच्छे प्रदर्शन करके ओलिंपिक की ओर प्रगति करने की उम्मीद लगाए हूं.
https://ift.tt/eA8V8J चोट के बाद वापसी कर रही दीपा की नजर ओलिंपिक टिकट पर
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