रोहतक. बीस साल की सजा काट रहा राम रहीम अब किसी भी तरह से जमानत पर बाहर आना चाहता है। इसके लिए बाहर से उसके समर्थकों ने पूरा जोर लगा रखा है। सूत्रों का कहना है कि सुनारिया जेल के अब तक के इतिहास में गुरमीत राम रहीम ही ऐसा इकलौता शख्स है, जिसे मिलने के लिए सबसे ज्यादा वकील ही आते हैं।
सूत्रों ने ‘भास्कर’ को बताया कि राम रहीम के परिजन तो उससे सप्ताह में एक बार मिलने आते हैं, लेकिन उसके वकील हफ्ते में तीन-तीन बार आते हैं। यह सिलसिला राम रहीम के पिछले साल 25 अगस्त को जेल जाने के बाद से जारी है। रक्षाबंधन पर राम रहीम से मिलकर लौटी डेरा की वाइस चेयरपर्सन शोभा गोरा वकीलों की ओर से हो रही कोशिशों के संकेत दे चुकी हैं। राम रहीम से मुलाकात के बाद गौरा ने कहा था कि बाबा को जल्द जमानत मिल जाएगी।
जेल में अंगीठी पर तड़का लगाकर खाना खाता है राम रहीम
राम रहीम रहता भले ही जेल में हो लेकिन वह अंगीठी पर तड़का लगाकर खाना खाता है। सूत्र बताते हैं कि इसके लिए जेल में उसे छोटी अंगीठी उपलब्ध करवाई गई है। उस अंगीठी से कोई हादसा न हो जाए, इसलिए उसे राम रहीम के नंबरदारों की कस्टडी में रखा जाता है।
राम रहीम रहता भले ही जेल में हो लेकिन वह अंगीठी पर तड़का लगाकर खाना खाता है। सूत्र बताते हैं कि इसके लिए जेल में उसे छोटी अंगीठी उपलब्ध करवाई गई है। उस अंगीठी से कोई हादसा न हो जाए, इसलिए उसे राम रहीम के नंबरदारों की कस्टडी में रखा जाता है।
हाथ जोड़कर करता है बात, पंजाबी में लिखता है डायरी
जेल में रहकर राम रहीम का स्वभाव बदल गया है। वह जिससे भी बात करता है, हाथ जोड़कर बात करता है। जेल में बेहद कम बोलता है। अपनी निगरानी में लगाए गए चार नंबरदारों से भी वह बात नहीं करता। अक्सर या तो किताबें पढ़ता रहता है या फिर पंजाबी में लिखता रहता है।
जेल में रहकर राम रहीम का स्वभाव बदल गया है। वह जिससे भी बात करता है, हाथ जोड़कर बात करता है। जेल में बेहद कम बोलता है। अपनी निगरानी में लगाए गए चार नंबरदारों से भी वह बात नहीं करता। अक्सर या तो किताबें पढ़ता रहता है या फिर पंजाबी में लिखता रहता है।
जेल में दाढ़ी हुई सफेद, रंगने के लिए मांगी थी डाई
जेल में रहते हुए राम रहीम की आधी दाढ़ी सफेद हो गई। सूत्र बताते हैं कि बाबा ने दाढ़ी रंगने के लिए रंग मांगा था, लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो सका। इस वजह से सफेद बाल नजर आने लगे हैं।
जेल में रहते हुए राम रहीम की आधी दाढ़ी सफेद हो गई। सूत्र बताते हैं कि बाबा ने दाढ़ी रंगने के लिए रंग मांगा था, लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो सका। इस वजह से सफेद बाल नजर आने लगे हैं।
जेल में निगरानी इतनी कि जेलर के लिए भी कड़े सुरक्षा मापदंड
जेल में गुरमीत राम रहीम की सुरक्षा इस कदर कड़ी की गई है कि जेलर तक को सुरक्षा मापदंड से गुजरने के बाद राम रहीम के पास जाने दिया जाता है। राम रहीम की बैरक अन्य कैदियों से काफी दूर है। उसकी कोठरी 15 फीट लंबी और 10 फीट चौड़ी है।
जेल में गुरमीत राम रहीम की सुरक्षा इस कदर कड़ी की गई है कि जेलर तक को सुरक्षा मापदंड से गुजरने के बाद राम रहीम के पास जाने दिया जाता है। राम रहीम की बैरक अन्य कैदियों से काफी दूर है। उसकी कोठरी 15 फीट लंबी और 10 फीट चौड़ी है।
हर महीने 5 से 6 हजार रुपए का सामान लेता है राम रहीम
सूत्र बताते हैं कि गुरमीत राम रहीम महीने में 5 से 6 हजार रुपए का खाने-पीने का सामान खरीदता है। यहां से वह ज्यादातर फल और जूस खरीदता है। जेल अकाउंट में ये पैसे परिजनों द्वारा डलवाए जाते हैं। पहनने के कपड़े भी परिजन लेकर आते हैं। 1 साल में राम रहीम का वजन 105 किलो से घटकर 92 किलो रह गया है।
सूत्र बताते हैं कि गुरमीत राम रहीम महीने में 5 से 6 हजार रुपए का खाने-पीने का सामान खरीदता है। यहां से वह ज्यादातर फल और जूस खरीदता है। जेल अकाउंट में ये पैसे परिजनों द्वारा डलवाए जाते हैं। पहनने के कपड़े भी परिजन लेकर आते हैं। 1 साल में राम रहीम का वजन 105 किलो से घटकर 92 किलो रह गया है।
टीवी, अखबार की कर चुका है डिमांड
बाबा जेल में टीवी और अखबार की डिमांड कर चुका है जो अभी तक पूरी नहीं हुई है। उसे लिखने के लिए डायरी और पैन उपलब्ध करवाया गया है। पिछली सर्दियों में उसने रजाई की डिमांड की थी। तब जेल प्रशासन ने यह उपलब्ध नहीं कराई तो परिजन उसके लिए रजाई लेकर पहुंचे थे।
बाबा जेल में टीवी और अखबार की डिमांड कर चुका है जो अभी तक पूरी नहीं हुई है। उसे लिखने के लिए डायरी और पैन उपलब्ध करवाया गया है। पिछली सर्दियों में उसने रजाई की डिमांड की थी। तब जेल प्रशासन ने यह उपलब्ध नहीं कराई तो परिजन उसके लिए रजाई लेकर पहुंचे थे।
16 साल पुरानी एक चिट्ठी के बाद खुला था मामला
2002 में एक साध्वी ने गुमनाम चिट्ठी लिखी। इसमें बताया गया था कि कैसे डेरा सच्चा सौदा के अंदर लड़कियों का यौन शोषण होता था। यह चिट्ठी पंजाब और हरियाणा कोर्ट को भी भेजी गई थी। इसके बाद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के खिलाफ यौन शोषण का केस शुरू हुआ था। 15 साल बाद सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम सिंह को दोषी करार दिया था। उसे कुल 20 साल की सजा सुनाई गई है।
2002 में एक साध्वी ने गुमनाम चिट्ठी लिखी। इसमें बताया गया था कि कैसे डेरा सच्चा सौदा के अंदर लड़कियों का यौन शोषण होता था। यह चिट्ठी पंजाब और हरियाणा कोर्ट को भी भेजी गई थी। इसके बाद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के खिलाफ यौन शोषण का केस शुरू हुआ था। 15 साल बाद सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम सिंह को दोषी करार दिया था। उसे कुल 20 साल की सजा सुनाई गई है।
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