यह कोटीज़ नहीं जेल है, यही रहेंगे लालू... जेल के बारे जानकर आप कहेंगे की लालू जेल में रहेंगे या रिसोर्ट में !
चारा घोटाला के कांड संख्या आरसी 64(ए)96 में फैसला सुनाने वाले सीबीआई कोर्ट ने अपने फैसले के अंतिम पैराग्राफ में सभी सजायाफ्ता कैदियों को हजारीबाग ओपन जेल भेजने की अनुशंसा की है। कहा है कि सभी अभियुक्त जानवरों को चारा और दवा देने के एक्सपर्ट हैं। इसमें से कुछ जानवर के डॉक्टर भी हैं। अधिकांश बूढ़े हो गए हैं। ओपन जेल का माहौल अच्छा है। इसलिए ये लोग उस जेल में रहकर सजा की अवधि आराम से काट सकते हैं।
हजारीबाग स्थित ओपन जेल का उद्घाटन 2013 के नवंबर में हुआ था.इस जेल में 100 कॉटेज हैं. हर कॉटेज में किचन और अटैच्ड बाथरूम की सुविधा उपलब्ध है. कुल मिलाकर यहां 100 कैदी अपनी पत्नी और एक छोटे बच्चे के साथ रह सकते हैं. खास बात यह भी है कि हर एक कॉटेज में पीने के साफ पानी के लिए एक्वागार्ड भी लगा हुआ है. सजा के ऐलान से पहले लालू ने जज से शिकायत की थी कि उन्हें बिरसा मुंडा जेल में साफ पीने का पानी नहीं मिल रहा है. ऐसे में उनकी यह शिकायत ओपन जेल में खत्म हो सकती है.
बहुत जल्द ही इस जेल में 10 से 12 गाय और भैंस लायी जायेंगी. माना जा रहा है कि ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि विशेष सीबीआई जज शिवपाल सिंह ने सजा के ऐलान के वक्त यह टिप्पणी की थी कि ओपन जेल में गाय और भैंस चरते हैं. ऐसे में लालू समेत सभी 16 दोषी क्योंकि चारा घोटाले के आरोपी हैं, इसलिए अगर वह इन्हीं गाय और भैंस के बीच में रहेंगे, तो उन्हें ज्यादा अपनापन महसूस होगा.
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