पहचान छिपाने में माहिर था यह मोस्ट वांटेड, पुलिस के पास नहीं थी एक फोटो तक इस नक्सली की
झारखंड का मोस्ट वांटेड और 15 लाख का इनामी नक्सली कुंदन पाहन रांची पुलिस के सामने सरेंडर कर चुका है। रविवार दोपहर डोरंडा डीआईजी ऑफिस में उसे मीडिया के समक्ष लाया गया। कुंदन अपनी पहचान छिपाने में कितना माहिर था, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सालों बाद भी मोस्ट वांटेड लिस्ट में शीर्ष पर रहते हुए भी पुलिस उसकी कोई फोटो हासिल नहीं कर पाई थी। रविवार को एडीजी अभियान आरके मल्लिक के समक्ष कुंदन पाहन ने सरेंडर किया। पुलिस ने कुंदन को 15 लाख रुपए का चेक सौंपा। c.c dainikbhaskar
-इस खूंखार नक्सली ने पुलिस इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार की हत्या की थी और हत्या उनके सिर को लाश से 10 फीट दूर रख दिया था।
-कुंदन पाहन पर विधायक रमेश सिंह मुंडा और सांसद सुनील महतो की हत्या करने का भी आरोप है। बताया जाता है कि सूबे के विभिन्न थानों में उसपर 120 से अधिक आपराधिक केस दर्ज हैं।
-कुंदन पाहन का नाम तब सुर्खियाें में आया जब उसने 21 मई 2008 को रांची-टाटा रोड पर आईसीआईसीआई बैंक के कैश वैन से पांच करोड़ से ज्यादा रुपए और सवा किलो सोना लूट लिया था।
-वहीं, वह मुखबिरी की जरा सी भी अंदेशा होने पर किसी को भी नहीं छोड़ता था। ऐसी ही एक घटना में उसने अपने सबसे विश्वस्त सहयोगी ज्योति मुंडा को मौत के घाट उतार दिया था।
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