हिमेश रेशमिया बोकारो के भैरवनाथ उत्सव में शिरकत करने को आ रहे हैं सुने हिमेश रेशमिया की जुबानी।
पवित्र कुंड, भैरवधाम, पोलकिरी, भोजूडीह) . . भैरवधाम मंदिर के पुजारी रंजन ठाकुर के अनुसार, अज्ञातवास के वक्त जब पांडवों की मां कुंती को प्यास लगी, तो अर्जुन ने तीर चला कर इस जगह पर पानी की एक धार निकाली, जिसे आज भैरवधाम का गुप्त कुंड कहा जाता है। इस कुंड का पानी कभी भी कम नहीं होता और न ही बढ़ता है। . . ऐसी मान्यता है कि नवजात बच्चे को इस कुंड के पानी से स्नान करवाने पर उसे कई रोगों से मुक्ति मिलती है। स्नान की इस प्रक्रिया को ’मगरा’ कहा जाता है। मंदिर में मकर संक्रांति और शिवरात्रि में विशेष पूजा अर्चना की जाती है। साथ ही सावन में स्थानीय लोग इस कुंड से जल भर कर बैधनाथ धाम में बाबा का जिलाभिषेक करते हैं। . . फिलहाल मंदिर प्रांगन में एक सामुदायिक भवन और धर्मशाला निर्माणाधीन है। काम युद्धस्तर पर जारी है। पर्यटन विभाग की ओर से इसे और वृहद स्वरुप प्रदान करने की कोशिश में लगे हैं ।
पवित्र कुंड, भैरवधाम, पोलकिरी, भोजूडीह) . . भैरवधाम मंदिर के पुजारी रंजन ठाकुर के अनुसार, अज्ञातवास के वक्त जब पांडवों की मां कुंती को प्यास लगी, तो अर्जुन ने तीर चला कर इस जगह पर पानी की एक धार निकाली, जिसे आज भैरवधाम का गुप्त कुंड कहा जाता है। इस कुंड का पानी कभी भी कम नहीं होता और न ही बढ़ता है। . . ऐसी मान्यता है कि नवजात बच्चे को इस कुंड के पानी से स्नान करवाने पर उसे कई रोगों से मुक्ति मिलती है। स्नान की इस प्रक्रिया को ’मगरा’ कहा जाता है। मंदिर में मकर संक्रांति और शिवरात्रि में विशेष पूजा अर्चना की जाती है। साथ ही सावन में स्थानीय लोग इस कुंड से जल भर कर बैधनाथ धाम में बाबा का जिलाभिषेक करते हैं। . . फिलहाल मंदिर प्रांगन में एक सामुदायिक भवन और धर्मशाला निर्माणाधीन है। काम युद्धस्तर पर जारी है। पर्यटन विभाग की ओर से इसे और वृहद स्वरुप प्रदान करने की कोशिश में लगे हैं ।